गोरखपुर में एक महिला की उसके प्रेमी से शादी कराई गई। महिला के पति की मौत हो चुकी है। महिला के 10 बच्चे हैं। पति की मौत के बाद महिला प्रेमी के साथ गांव छोड़कर भाग गई थी। मामला बड़हलगंज के चिल्लूपार इलाके का है। दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों पिछले एक साल से घर छोड़कर गायब थे।
इस बीच महिला के अपने गांव ददरी आने पर बच्चों से इसकी भनक गांव वालों को लग गई। इसके बाद गांव के गुरूकुल पीजी कॉलेज ददरी के प्रबंधक जयप्रकाश शाही और प्रधान की अध्यक्षता में गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत में यह फैसला लिया गया कि दोनों की शादी कराई जाए। इसके बाद गांव के लोगों ने शुक्रवार को गांव के शिव मंदिर में दोनों की शादी करा दी।
6 साल पहले हो गई थी पति की मौत
चिल्लूपार इलाके के ददरी (बड़हलगंज) की रहने वाली सोनी देवी (42) के पति की 6 साल पहले मौत हो गई। सोनी 10 बच्चों की मां हैं। पति की मौत के बाद सोनी का इसी इलाके के नकइल (देवरियां) के रहने वाले बालेंद्र उर्फ बलई यादव (40) से प्रेम संबंध हो गया। बालेंद्र कुंवारे हैं। उनकी शादी नहीं हुई थी। जब यह बात बच्चों और गांव के लोगों को पता चली तो करीब एक साल पहले दोनों घर छोड़कर फरार हो गए।
पंचायत ने लिया शादी कराने का फैसला
इस बीच महिला एक साल के बाद अपने बच्चों से मिलने गांव पहुंची। बच्चों ने इसकी जानकारी गांव वालों को दे दी। इसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गई। दोनों ने साथ रहने की बात कही। पंचायत के फैसले के बाद दोनों की गांव वालों ने मंदिर में शादी करा दी। शिव मंदिर पर बालेंद्र उर्फ बलई ने भगवान को साक्षी मानकर सोनी की मांग में सिंदूर भरा। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाया। शादी कराने के बाद दुल्हन सोनी को बालेंंद्र उर्फ बलई के साथ ग्रामीणों ने विदा करा दिया।
5 साल से साथ रहते थे दोनों
गांव के गुरूकुल पीजी कालेज के प्रबंधक जयप्रकाश शाही और प्रधान प्रतिननिधि सतीश शाही ने बताया, दोनों के बीच 5 साल से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों एक साल से फरार भी थे। दोनों ने शादी करने का फैसला लिया और मंदिर में ग्रामीणों की मौजूदगी में शादी कर ली। इस रिश्ते से दोनों खुश हैं। वहीं, महिला के बच्चों को भी इस रिश्ते से कोई दिक्कत नहीं है। उन्हें इसकी पहले से जानकारी थी।
दोनों को मिला नौकरी और घर
जयप्रकाश शाही ने विवाहित जोड़े को मौके पर ही कॉलेज में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी दे दिया। साथ ही गुरुकुल संस्थान समूह के आवासीय परिसर में दोनों को आवास देने की घोषणा भी कर दी। उनका कहना है कि महिला बेघर थी। उसे घर मिल गया। साथ ही 10 अनाथ बच्चों को पिता का साया मिल गया। अब महिला को सरकार से मिलने वाली सुविधाएं भी दिलाई जाएंगी।
ये हैं सोनी के 10 बच्चे
महिला सोनी के 10 बच्चों में ममता शर्मा (23),अमित (21), पिंकी (19),अर्जुन (16),पायल (14), आदित्य (13),अजीत (11), माला (9), ढ़ेला (8) और गुड्डू (6) है।
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