झांसी के बहुचर्चित बिल्डर ने नौकरी मांगने आई युवती के साथ रिवॉल्वर के दम पर दुष्कर्म कि घटना को अंजाम दिया. इतना ही नही युवती का मुँह बन्द करने के लिए दुष्कर्म का वीडियो भी बना लिया. जिसे दिखाकर बिल्डर ब्लैकमेल कर बार-बार युवती का बलात्कार करता रहा. हिम्मत जुटाकर पीड़ित युवती झाँसी पुलिस के पास पहुँची. लेकिन जब झाँसी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उसने लखनऊ में जाकर उच्चाधिकारियों का दरवाजा खटखटाया. प्रदेश के डीजीपी के आदेश पर नवाबाद पुलिस ने आरोपी बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जालौन जनपद के कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली युवती ने पुलिस महानिदेशक को पत्र देकर बताया था कि वह झाँसी में इलाइट चौराहा स्थित 48 चेम्बर के पास, ग्रीन पार्क सिविल लाइन निवासी योगेन्द्र प्रेमानी उर्फ योगी के यहाँ जॉब के सिलसिले में आवेदन किया था. इस पर योगी प्रेमानी ने ग्वालियर रोड स्थित पतंजलि स्टोर के ऊपर कार्यालय में बुलाया. युवती वहां पहुंची तो आरोपी योगी प्रेमानी ने इण्टरव्यू के लिए झोकनबाग स्थित एक टावर में बुलाया. वह वहां पहुंची तो योगी प्रेमानी ने पीड़िता से कहा कि जॉब चाहिए तो उसको खुश करना होगा. जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो आरोपी योगी प्रेमानी ने उसके सीने पर रिवाल्वर रखकर धमकाते हुए बलात्कार किया. आरोपी ने उसका एक न्यूड वीडियो भी बना लिया. आरोपी ने पीड़ित युवती से कहा मैं जब भी तुमको बुलाऊंगा तो तुम्हें आना पड़ेगा. अगर तुमने यह बात किसी को भी बताई तो तुम्हारे पूरे परिवार को जान से मार दूंगा. आरोपी पीड़िता का वीडियो बनाकर लगातार उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ बलात्कार करता रहा.
युवती को कई दिनों तक घर बनाए रखा बंधक
पीड़िता ने बताया कि वह उसके सामने रहम की भीख मांगती रही गिड़गिड़ाती रही लेकिन आरोपी योगी प्रेमानी का दिल नहीं पसीजा. युवती को कई दिनों तक अपने घर में बंधक बनाकर रखे रहा. आरोपी पीड़िता से कहता था कि उसकी पहुंच बहुत बड़े-बड़े लोगों से दूर दूर तक है. उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. काफी समय तक भयभीत रहने के बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और आरोपी योगी प्रेमानी के चंगुल से भाग निकलकर अपने घर पहुंची. उसने परिजनों को पूरी घटना के बारे में बताया.
सदमें में पिता की हो गई मौत
इसके बाद पीड़िता झांसी के नवाबाद थाने में शिकायत पत्र देते हुए उच्च अधिकारियों को घटना के बारे में अवगत कराया.सुवती का आरोप है कि लेकिन आरोपी के प्रभाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई. वह जब भी बयान देने गई तो उस पर राजीनामा के लिए डराया और धमकाया गया. जबरदस्ती उसकी मर्जी के खिलाफ हस्ताक्षर करा लिए गए. पिता को मारने और परिवार को नेस्तनाबूद करने की धमकी दी गई. सदमे में उसके पिता की असमय मृत्यु हो गई. पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से आरोपी योगी प्रेमानी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराकर कार्रवाई कराने और न्याय की गुहार लगायी थी. पुलिस महानिदेशक के आदेश पर नवाबाद पुलिस ने आरोपी खिलाफ 376 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
0 Comments