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प्रयागराज में चाकू से 16 वार कर पत्नी को उतारा मौत के घाट; थाने में ठहाके लगाता रहा हत्यारा पति

प्रयागराज में एक महिला को उसके पति ने मायके में ही चाकू से ताबड़तोड़ 16 वार कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस आरोपी पति को गिरफ्तार कर थाने लाई। पुलिस ने जब उससे पूछताछ शुरू की, तो उसने कहा कि मुझे अपनी पत्नी को मारने का कोई पछतावा नहीं है। पत्नी को क्यों मारा? इस सवाल पर वह ठहाके मारकर हंसने लगा। मामला झूंसी थाना क्षेत्र के लोमहर्षक के छतनाग रोड स्थित सरायतकी की है।

नीलम मिश्रा की शादी 13 साल पहले धरवाई के सिंगरामऊ के रहने वाले देवनाथ मिश्र के बेटे आशीष मिश्र के साथ हुई थी। नीलम ने दो बेटियों गुनगुन (12) और कलश (10) को जन्म दिया। इसके बाद एक बेटा युवराज (5) भी हो गया। परिवार पूरा था। मगर, छोटी-छोटी बात पर आशीष और नीलम के बीच कलह होने लगी।

मायके वालों ने बताया, शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे थे। इसी वजह से करीब डेढ़ साल तक नीलम मायके में ही रही। फिर काफी मान-मनौवल के बाद ससुराल वाले उसे विदा कराकर अपने साथ ले गए।

नीलम के बड़े भाई राजेंद्र पांडेय के मुताबिक, 18 अगस्त को नीलम का देवर दीपक मिश्र मायके छोड़ गया था। 21 अगस्त नीलम अपने कमरे में सो रही थी। सुबह करीब साढ़े आठ बजे पति आशीष बाइक से ससुराल पहुंचा।राजेंद्र ने बताया, ''मैंने आशीष से पूछा कैसे इतनी सुबह आना हुआ? सब खैरियत तो है? मगर आशीष ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद मैंने आशीष के पैर भी छुए, पर उसका भी कोई जवाब नहीं दिया। मुझे क्या पता था कि आशीष मेरी बहन को मारने आया है। आशीष के मंसूबे से अनजान मैंने अपने कमरे में नहाने चला गया।''

उसने बताया, ''इसके कुछ देर बाद मुझे अपनी बहन के चीखने की आवाज सुनाई दी। इस पर मैं बाथरूम से निकला, तो देखा आशीष के हाथ में चाकू है और वह मेरी बहन पर हमले कर रहा है। इसके बाद मैंने हिम्मत कर आशीष को चाकू के साथ दबोच लिया। पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार कर लिया।''

हमले में गंभीर रूप से घायल नीलम को स्वरूप रानी नेहरू मेडिकल कॉलेज (SRN) में भर्ती कराया गया। वहां बुधवार दोपहर नीलम ने दम तोड़ दिया। आशीष ने नीलम पर कुल 16 वार किए थे। नीलम पति से रहम की भीख मांगती रही, पर उसके सिर पर खून सवार था। वह नहीं पसीजा और उसे तब तक मारता रहा, जब तक वह बेहोश होकर जमीन पर नहीं गिर गई।

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