मिर्ज़ापुर की रहने वाली टीवी मैकेनिक की बेटी सानिया मिर्जा की यही कहानी है। सानिया मिर्जा ने एनडीए की परीक्षा में 149वां रैंक हासिल किया है। भारतीय वायु सेना में सानिया मिर्जा को फाइटर पायलट बनने का ज्वाइनिंग लेटर घर आने के बाद खुशी का माहौल है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनी सानिया
दरअसल मिर्जापुर जिले के कोतवाली अंतर्गत जसोल गांव के रहने वाले टीवी मैकेनिक शाहिद अली की बेटी सानिया मिर्जा बचपन से ही पढ़ने में काफी होनहार थी। पिता ने बताया कि हाई स्कूल तक की पढ़ाई गांव में ही स्थित पंडित चिंतामणि दुबे इंटर कॉलेज में करने के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई शहर में स्थित गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज में की। 12वीं में सानिया मिर्जा ने मिर्जापुर जिले में टॉप किया था। स्टॉप करने के बाद ही सानिया मिर्जा ने लक्ष्य बना लिया कि उन्हें फाइटर पायलट बनना है स्टाफ ऐसे में एनडीए द्वारा कराए जा रहे एंट्रेंस एग्जाम का फॉर्म सानिया मिर्जा ने भरा और 10 अप्रैल 2022 को एनडीए की परीक्षा दी। इसके बाद परीक्षा पास होने पर जून माह में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। सभी परीक्षा पास करने के बाद अब 20 दिसंबर को सानिया मिर्जा के घर एनडीए द्वारा जॉइनिंग लेटर आया। इस तरह देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनने वाली सानिया मिर्जा 27 दिसंबर को खंडवाल पुणे में जॉइनिंग करेंगे।
अवनी चतुर्वेदी को मानती हैं अपना आदर्श
मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान सानिया मिर्जा ने बताया कि आज के समय में लड़कियां हर फील्ड में हैं। बचपन से ही सानिया मिर्जा फाइटर पायलट बनना चाहती थी। हालांकि 12वीं की परीक्षा में जिले में टॉप करने के बाद सानिया मिर्जा ने फाइटर पायलट बनने का लक्ष्य चुन लिया। सानिया मिर्जा ने बताया कि इस काम में उनके परिवार के लोगों ने उनका काफी सहयोग किया। बताया कि लक्ष्य तक पहुंचने के लिए उनके माता-पिता के साथ ही सेंचुरियन डिफेंस एकेडमी का बहुत बड़ा श्रेय रहा। बातचीत के दौरान सानिया मिर्जा ने यह भी बताया कि वह अवनी चतुर्वेदी को अपना आदर्श मानती हैं और टीवी पर या अखबार में जब वे अवनी चतुर्वेदी से जुड़े समाचार को पड़ती है देखती थी तो उनके अंदर भी अवनी चतुर्वेदी की ही तरह महिला फाइटर पायलट बनने की इच्छा जागृत होती।
सानिया मिर्जा ने कहा कि एनडीए फाइटर पायलट व अन्य वैकेंसी हेतु परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को फराटे दार इंग्लिश आनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी बोर्ड के छात्रों के अंदर यह भ्रम रहता है कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के छात्र-छात्राएं यूपी बोर्ड के छात्र छात्राओं से बेहतर होती है। यही कारण है कि यूपी बोर्ड के छात्र छात्रा एनडीए व अन्य वैकेंसी का चयन करने से हिचकिचाते हैं। सानिया मिर्जा ने बताया कि यूपी बोर्ड के छात्रों के अंदर के इस भ्रम को उन्होंने तोड़ दिया है। यूपी बोर्ड से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं भी एनडीए की परीक्षा में टॉप कर सकते या बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं। अंग्रेजी को लेकर स्टूडेंट्स को बहुत घबराना नहीं चाहिए
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