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बॉयफ्रेंड के लिए बड़ी बहन ने करवाई छोटी की हत्या: फ़ोन पर सुनती रही चीख, फिर भी नहीं पसीजा दिल



बलिया में 16 साल की एक किशोरी की ब्लेड से हाथ की नसें काटकर हत्या कर दी गई। हत्या की यह साजिश किशोरी की बड़ी बहन ने रची और इसमें साथ दिया उसके प्रेमी नौशाद ने। पुलिस ने बड़ी बहन सोनम को 5 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया। बड़ी बहन ने छोटी का सिर्फ इसलिए मर्डर करवा दिया, ताकि वह घर में इकलौती हो जाए। छोटी बहन के मरने से वह हमेशा इसी घर में रहेगी और नौशाद से मिलती रहेगी।

ये मामला बलिया के नगरा थाना क्षेत्र का है। 15 अक्टूबर की सुबह यहां गांव की कुछ महिलाएं कहीं जा रही थीं। रास्ते में उनको एक खेत में खून से लथपथ किशोरी दिखाई दी थी। महिलाओं ने तुरंत गांव के लोगों को बुलाया था। कुमकुम को अस्पताल भिजवाया गया था। इसके बाद उसके पिता को जानकारी दी गई थी। पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया था। कुमकुम ने इलाज के दौरान वाराणसी में 21 अक्टूबर को दम तोड़ दिया था यह भी पढ़े- प्रेमी-प्रेमिका को जमीन पर थुकवाकर चटवाया: ग्राम प्रधान ने दोनों को डंडे से पीटा, वीडियो वायरल

छोटी बहन को मरवाने के बाद बड़ी बहन कहीं चली गई थी

शुरुआती जांच में पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए बड़ी बहन के प्रेमी नौशाद को 16 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए वो बस इस्तेमाल किया गया था। इस पूरी साजिश की असली मास्टर माइंड किशोरी की बड़ी बहन थी। जो कि छोटी बहन की हत्या के कुछ दिन बाद कहीं चली गई थी।

परिवार के लोगों को भी उसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस की जांच में हर बार बड़ी बहन सोनम का नाम आ रहा था। प्रेमी नौशाद के फोन से भी सोनम का नंबर सबसे ज्यादा बार मिलाया गया था। इसी के आधार पर पुलिस ने बड़ी बहन सोनम की तलाश तेजी से शुरू की। 5 दिसंबर को सोनम को चंदौली के महुअर कला गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद सच सबके सामने था।

बहन को पता था घर वाले नौशाद से उसकी शादी नहीं करेंगे

पुलिस की जांच में सामने आया कि नौशाद और सोनम का 3 साल से अफेयर चल रहा था। छोटी बहन कुमकुम को इस बात की जानकारी थी। उसे इस बात से कोई दिक्कत नहीं थी। बल्कि ये तीनों लोग साथ में घूमने भी जाया करते थे। नौशाद और सोनम का रिलेशन अच्छा था, लेकिन सोनम को इस बात की चिंता रहती थी कि घर वाले उसकी नौशाद से नहीं होने देंगे। सोनम नौशाद को छोड़कर कहीं भी जाना नहीं चाहती थी। उसके घर में उसकी शादी की बातें होती तो वो और ज्यादा परेशान हो जाती थी। घर में लोगों को सोनम के अफेयर के बारे में शक था। वो लोग जल्दी ही इसकी शादी करना चाह रहे थे।"

"परिवार में केवल दो लड़कियां ही थीं। एक सोनम और दूसरी कुमकुम। कोई भी लड़का नहीं था। परिवार की सारी संपत्ति इन्हीं दोनों बहनों को मिलनी थी। इसी बात को आधार बनाकर सोनम ने कुमकुम को मारने का प्लान बनाया।

सोनम का मानना था, अगर कुमकुम मर जाएगी तो उसकी शादी भी रुक जाएगी। फिर पापा कोई ऐसा लड़का देखेंगे जो घर जमाई बनकर रहे।"

"ऐसा होने पर वो हमेशा नौशाद से भी मिलती रहेगी और सारी संपत्ति भी उसके नाम हो जाएगी। उसका और नौशाद का रिश्ता हमेशा चलता रहेगा। अपने प्रेमी के लिए वो अपनी छोटी बहन को कुर्बान करने के लिए तैयार थी। उसने अपनी साजिश को पूरा करने के लिए नौशाद के साथ मिलकर प्लान बनाया। कुमकुम नौशाद को अच्छे से जानती थी। इसी बात का फायदा सोनम ने उठाया।"

कपड़े दिलाने का लालच देकर साथ ले गया, फिर रुमाल से गला घोंटा

दिवाली पास थी तो गांव में 14 अक्टूबर को मेला लगा हुआ था। कुमकुम अपनी दोस्त सपना के साथ मेला देखने जाने वाली थी। बड़ी बहन सोनम को ये पता था। उसने कुमकुम से बोला, नौशाद तुमको दिवाली में कपड़े दिलाने के लिए बोल रहा था। वो तुमको मेले में लेने आएगा तो तुम उसके साथ चली जाना। छोटी बहन कुमकुम इस बात के लिए राजी हो गई।

फिर वो करीब 7 बजे सपना के साथ मेले गई। वहां उन लोगों ने मेला घूमा फिर चाट खाई। उसके बाद नौशाद वहां पहुंच गया। कुमकुम ने नौशाद को देखकर सपना को घर जाने के लिए बोला। साथ ही ये भी कहा कि किसी को नौशाद के बारे में बताना मत। कहना मैं कुछ देर में आ जाऊंगी। नौशाद के फोन में लगातार सोनम कॉल पर थी। वो सब सुन रही थी।

नौशाद ने कुमकुम को गाड़ी पर बैठाया और दुकान की ओर चल दिया। उसने साजिश के तहत कुछ दूर जाने पर अपना रुमाल कुमकुम को दिया और मुंह पर बांधने के लिए कहा। उसने कुमकुम से कहा, इसको मुंह पर बांध लो जिससे तुमको कोई पहचान न पाए। मेले से लगभग 5 किलोमीटर दूर जाने पर नौशाद ने आंख में कुछ जाने का बहाना बनाया। फिर गाड़ी रोक दी। जहां नौशाद रुका वो रास्ता सुनसान था।

इस बीच कुमकुम ने बॉथरूम जाने की बात कही। वो खेत की तरफ जा रही थी तभी नौशाद पीछे से आया। उसने कुमकुम के मुंह में बंधा कपड़ा जल्दी से नीचे किया और उसी से उसका गला घोंट दिया। फिर नौशाद ने जेब से ब्लेड निकाली और कुमकुम के हाथ की नसें काट दीं। चीखने पर उसका मुंह दबा दिया। उसने कुमकुम को थप्पड़ भी मारे।

इस पूरी घटना की बड़ी बात ये है कि ये सब कुछ बड़ी बहन फोन पर सुन रही थी लेकिन फिर भी उसका दिल नहीं पसीजा। कुमकुम को मरा समझ कर नौशाद मौके से चला गया। सुबह गांव की महिलाओं ने कुमकुम को देखा तो उसे अस्पताल पहुंचाया।

कुमकुम के पिता रात भर उसको ढूंढते रहे, सपना ने लिया नौशाद का नाम

इधर कुमकुम के पिता रात भर उसकी तलाश कर रहे थे। उन्होंने सपना से बेटी के बारे में पूछा तो उसने नौशाद का नाम ले लिया। तब तक बड़ी बेटी घर पर ही थी, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। सुबह फोन पर पिता को कुमकुम के बारे में जानकारी मिली। पिता जब मौके पर पहुंचे तो बेटी की हालत पर रो पड़े। उन्होंने अपनी बेटी को बचाने का हर प्रयास किया लेकिन कुमकुम की 21 अक्टूबर को मौत हो गई थी। पुलिस की जांच के दौरान बड़ी बहन कहीं चली गई थी।

मामले में पिता का कहना है, मेरी बेटी को फंसाया जा रहा है। उसका कोई कसूर नहीं है। नौशाद झूठ बोल रहा है। हमें अभी तक ये समझ नहीं आ रहा है कि नौशाद ने ऐसा काम क्यों किया। हमारी एक बेटी को मर ही गई है दूसरी भी चली जाएगी तो हम क्या करेंगे। वही हमारा सहारा बची है अब।

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