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महिला प्रोफेसर का टॉयलेट में चपरासी ने बनाया वीडियो; पकडे गए मोबाइल और Video होने की आशंका



मुरादाबाद: जिले के KGK पीजी कॉलेज में टॉयलेट में छुपाकर महिला प्रोफेसर की वीडियो बनाने के आरोपी चपरासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उधर, महिला प्रोफेसर की वीडियो बनाए जाने की घटना से कॉलेज में हड़कंप मचा है। कोर्ट इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर SSP को मामले में कार्रवाई के दे चुका है। इस बीच कॉलेज की छात्राओं ने भी इस घटना को लेकर प्रिंसिपल से तीखे सवाल पूछे हैं।

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील चौधरी को छात्राओं ने शुक्रवार शाम परीक्षा के बाद एक ज्ञापन सौंपा। विधि विभाग की छात्रा शिल्पी सैनी के नेतृत्व में प्राचार्य से मिलने पहुंची छात्राओं ने प्राचार्य से पूछा कि जब कॉलेज में इस तरह महिला प्रोफेसर की वीडियो बन सकती है तो लड़कियां भला कैंपस में कैसे सुरक्षित रह सकती हैं।

महिला प्रोफेसर के साथ टॉयलेट में हुए वीडियो प्रकरण से कॉलेज की छात्राएं सहमी हुई हैं। उन्होंने एकजुट होकर प्राचार्य को ज्ञापन दिया और मांग की, कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और कैंपस काे फीमेल स्टाफ व छात्राओं के लिए सुरक्षित बनाया जाए।

छात्राओं ने प्राचार्य से कहा-

"इस घटना से हम बेहद आहत और डरे हुए हैं। हमारे अंदर इस घटना ने डर बैठा दिया है। हमारे अंदर असुरक्षा की भावना घर कर गई है। हमें ऐसा फील हो रहा है कि कैंपस में हम सुरक्षित नहीं हैं। हर तरफ भय और आक्रोश का माहौल है। जब कॉलेज की महिला प्रोफेसर की टॉयलेट में मोबाइल छिपाकर वीडियो बनाई जा सकती है तो सोचिए कि छात्राओं के साथ क्या नहीं हो सकता है?"

पीड़ित महिला प्रोफेसर की जुबानी पूरी घटना

"ये 10 नवंबर की बात है। कॉलेज में इन दिनों लॉ की परीक्षाएं चल रही हैं। मैं भी परीक्षा ड्यूटी में थी। शाम को करीब 3 बजकर 45 मिनट पर मैं लॉ डिपार्टमेंट के वॉशरूम में गई थी। मैं अंदर ही थी तभी अचानक वहां मेरी नजर कोने में छुपाकर रखे गए एक मोबाइल फोन पर पड़ी। मोबाइल फोन को बाल्टी के पीछे छिपाया गया था। मैंने देखा तो उस मोबाइल फोन की लाइट जल रही थी। फोन का कैमरा चालू था और उसमें वीडियो रिकॉर्ड हो रही थी। ये देखकर मैं एकदम डर गई। मैंने तुरंत फोन को चेक किया तो पाया कि उसमें मेरा वीडियो रिकॉर्ड हो रहा था। इस तरह टॉयलेट में वीडियो रिकॉर्ड होने की जानकारी मैंने तुरंत कॉलेज के प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ को दी। हमने पता किया तो ये फोन कॉलेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेश कुमार का निकला। 

राजेश कॉलेज में अंशकालिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। मैंने फोन को अपने कब्जे में लिया। स्टॉफ और फिर इसकी लिखित शिकायत तुरंत कॉलेज प्रिंसिपल, प्रबंधक और क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को दी। अगर इस तरह स्टाफ के साथ ये गंदी हरकत हो सकती है तो कॉलेज में तो सैकड़ों की संख्या में छात्राएं भी पढ़ती हैं। मैंने राजेश के खिलाफ मझोला थाने में FIR दर्ज करा दी है। मोबाइल फोन भी मझोला पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। मुझे आशंका है कि उसमें मेरे अलावा भी 70-80 वीडियो और हो सकती हैं।"

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