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बड़ी बहन ने अपनी 2 बहनों का कराया अपहरण: बॉयफ्रेंड के दोस्तों को सौंपा, छोटी बहन गर्भवती मिली

3 महीने पहले मैनपुरी के एक परिवार की 3 लड़कियां 9 दिन में गायब हो जाती हैं। परिवार अपनी बच्चियों की तलाश में दिन-रात एक कर देता है। बच्चियों की बरामदगी के लिए पुलिस से शिकायत करता है। खुद भी जगह-जगह जाकर अपनी बच्चियों की तलाश करता है। जहां बच्चियों के होने की खबर मिलती है वहां चला जाता है। लेकिन बच्चियां हाथ नहीं लगती हैं। बाद में पता चलता है कि बड़ी बहन ने ही दोनों लड़कियों को गायब कराया और प्रेमी के दोस्तों को सौंप दिया। पुलिस को मिली छोटी बेटी 3 महीने की गर्भवती है।

3 महीने से चैन से नहीं सोया है परिवार

बच्चियों के साथ अनहोनी, इज्जत और हत्या का डर परिवार को सोने नहीं देता है। हर दिन उनके लिए एक चुनौती बन गया था। 3 महीने से परिवार में कोई भी चैन की नींद से नहीं सो पाया था। लेकिन, इसी बीच परिवार की बड़ी बेटी (22) को 19 मार्च 2023 को पुलिस मैनपुरी में एक जगह से गिरफ्तार कर लेती है। बेटी के साथ उसका एक दोस्त को भी पकड़ा जाता है।

बड़ी बेटी को पुलिस ने जेल भेजा है

पुलिस बड़ी बेटी (22) को अपहरण के केस में जेल भेज देती है। वहीं उसके प्रेमी (23) को रेप के केस में जेल में डाल देती है। परिवार को जब इसके बारे में जानकारी मिलती है तो वो पुलिस के पास पहुंच जाते हैं। वो लोग खुश भी होते हैं और दुखी भी।

इतने समय के बाद उनकी बेटी मिलती है। उसको देखने के लिए परिवार के लोग उत्सुक होते हैं। लेकिन जेल भेजने की बात पर वो परेशान होते हैं। उनको पता नहीं होता है कि उनके साथ क्या हो रहा है।

छोटी बेटी है 3 महीने की गर्भवती

बच्चियों का पिता पुलिस से बेटी को जेल भेजने का कारण पूछता है। जिसके बाद पुलिस जो परिवार को बताती है वो सुनकर लोग यकीन नहीं कर पाते हैं। परिवार के लोगों का कहना है, ऐसा नहीं हो सकता है। हमारे संस्कार ऐसे नहीं हैं।

लेकिन तभी पुलिस परिवार के सामने उनकी सबसे छोटी बेटी को भी ले आती है। जो लगभग 3 महीने की गर्भवती होती है। उसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा सबसे छोटी बेटी करती है। हालांकि परिवार की 1 बेटी अभी भी गायब है।

अब पढ़िए बच्चियों के गायब होने की कहानी कहां से और कैसे शुरू होती है-

छोटी बेटी (14) ने बताया, "उसके परिवार की स्थिति बहुत खराब है। हम लोगों की जरूरतें पूरी नहीं हो पाती हैं। न हम लोग पढ़ पा रहे हैं न ढंग से जी पा रहे हैं। इस बात से हम लोग परेशान रहते थे। हम तीनों बहनें अक्सर इस पर बात करते थे। मुझे याद है 18 दिसंबर 2022 को मैं अपनी बड़ी बहन के साथ घर से बाहर गई हुई थीं।

दीदी से मिलने वहां पर कोई राहुल नाम का लड़का आता है। शायद दीदी उसको पहले से जानती थी। उसने हम लोगों को वहां चाय पिलाई। फिर हम लोगों ने पानी के बताशे भी खाए। उसके बाद वो हम लोगों को सुंदर-सुंदर कपड़े अपने फोन में दिखाने लगा। उसका फोन भी बहुत अच्छा था। उसने मेरी फोटो भी खींची थी। उसने मुझसे पूछा भी कि क्या तुम ये सब लेना चाहती हो।"

मैं पहली बार गाड़ी में बैठकर घूमी थीं

मैंने उसको हां बोल दिया। उसके बाद वो हंसने लगा। फिर उसने मुझे मिठाई दिलाई और कुछ पैसे भी दे दिए। फिर मैं दीदी के साथ घर वापस आ गई। दीदी ने घर पर ये बात किसी को बताने से मना कर दिया। उसके बाद दूसरे दिन फिर से दीदी मुझे उस लड़के से मिलवाने ले गई। उस दिन वो गाड़ी से आया था। मैं पहली बार गाड़ी में बैठकर घूमी थीं। बहुत मजा आया था।

दिल्ली में 20-25 हजार की नौकरी दिलवाने की बात कही

उस रात दीदी ने मुझसे कहा कि हम लोगों के घर में बहुत दिक्कत रहती है। ये लड़का मेरा दोस्त है। इसका नाम राहुल है। ये हम लोगों को दिल्ली में नौकरी दिला देगा। ऐसे हम लोग अपने परिवार की मदद कर पाएंगे। हम लोगों को वहां पर 20-25 हजार रुपए मिल जाएंगे। घर पर पैसे भेजकर हम लोग सबकी मदद कर पाएंगे। नौकरी लग जाएगी उसके बाद घर में सबको ये बात बता देंगे। उन लोगों को भी दिल्ली बुला लेंगे।

हम लोग रात में चुपचाप घर से निकल जाएंगे

छोटी बहन आगे कहती है, "दीदी की बात सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मुझे लगा मैं कमा कर घर के दुख दूर कर दूंगी। फिर मेरी बहन तो वहां मेरे साथ रहेगी ही। मैंने दीदी को तुरंत ही दिल्ली साथ चलने के लिए हां बोल दिया।

उसके बाद दीदी ने मुझसे कपड़े का बैग पैक करने के लिए बोला। दीदी ने कहा कि हम लोग रात में चुपचाप घर से निकल जाएंगे। फिर दिल्ली पहुंचकर नौकरी लगते ही घर में पापा, मम्मी और भाई सबको बता देंगे।"

भरत नाम का लड़का हमारा इंतजार कर रहा था

20 दिसंबर की रात को दीदी के साथ मैं घर से निकल गई। घर से थोड़ी दूर पर हम लोगों को राहुल मिल गया। वो गाड़ी से हम लोगों को स्टेशन ले गया। वहां पर कोई भरत नाम का लड़का हमारा इंतजार कर रहा था। स्टेशन पर भरत और राहुल कुछ बात कर रहे थे। उसके बाद भरत ने राहुल को पैसे दिए। पैसे काफी ज्यादा दिख रहे थे। उसके बाद इन लोगों ने मुझे मिठाई खाने के लिए दी।

मैंने वो मिठाई खा ली। उसके बाद जब मेरी आंख खुली तो मैं शायद पंजाब में थी। मेरे साथ मेरी बहन नहीं थी। मैं एक कमरे में लेटी हुई थी। मेरे सामने भरत बैठा हुआ था। मैंने उससे दीदी के बारे में पूछा तो वो बोला, तुम्हारी बहन दिल्ली में है। अभी हम लोग भी वहीं पर चलेंगे। उसके बाद भरत मुझे दिल्ली लेकर चला गया। वहां उसने मुझे किसी के घर में रखा।

एक दिन भरत ने मेरे साथ संबंध बनाए

उसने उन लोगों को बताया कि वो मुझे नौकरी दिलाने के लिए लेकर आया है। वहां भी मेरी बहन नहीं थी। जब मैं दीदी के बारे में पूछती तो भरत बोलता जल्द ही तुम अपनी दीदी से मिलोगी। फिर एक दिन भरत ने मेरे साथ संबंध बनाए। मैं उसको रोकती रही लेकिन वो नहीं रुका। वो मुझसे कह रहा था मैं तुमसे शादी भी करूंगा और नौकरी भी दिला दूंगा।

ऐसा कहकर वो मेरे साथ कई बार संबंध बनाता रहा। मुझे डर लगता था कहीं मेरे विरोध करने पर ये मुझे मार न दे। फिर एक दिन उस घर में एक महिला आती है। वो मुझे लेकर पंजाब चली जाती है। वहां मेरे साथ गलत काम होता है। कभी होश में तो कभी बेहोशी में, मुझे याद भी नहीं रहता था। मैं समझ गई थी कि कुछ बहुत गलत हुआ है। वो लोग हमेशा मुझे घर में कैद रखते थे।

मैं हमेशा रोती थी, घर की बहुत याद आती थी

मैं किसी को देख भी नहीं सकती थी। न किसी से बात कर सकती थी। एक कमरे में ही मुझे खाना और पानी दे दिया जाता था। मैं ये भी समझ गई थी कि मेरी बड़ी बहन ने ही मेरे साथ धोखा किया है। मैं बहुत परेशान रहती थी। बहुत दुखी रहती थी। घर की बहुत याद आती थी। हमेशा रोया करती थी। फिर पता नहीं एक दिन ये लोग मुझे लेकर कहीं गए। वो कुछ जंगल जैसा लग रहा था। मुझे बहुत डर लग रहा था।

कोर्ट से खुद का गर्भपात करवाने की अनुमति मांगी

...लेकिन ये लोग मुझे वहां छोड़कर भाग गए। फिर पता नहीं कैसे मैं पुलिस के हाथ लग गई और फिर मैं वापस मैनपुरी आ गई। यहां आने पर पता चला कि मेरी बीच वाली बहन अभी भी गायब है। वहीं बड़ी बहन को जेल भेज दिया गया है। अभी मैं गर्भवती हूं और कोर्ट से खुद का गर्भपात करवाने के लिए अनुमति मांग रही हूं क्योंकि अभी मैं 3 महीने से ज्यादा की गर्भवती हूं।

बड़ी बेटी ही अपनी बहनों की दुश्मन निकली

इस पूरी घटना के बाद परिवार के लोग अब बीच वाली बेटी के लिए परेशान हैं। पिता का कहना है, हम लोग एक बार अपनी बड़ी बेटी से मिलना चाहते हैं। उसने ऐसा क्यों किया ये पूछना है। वो हमारे घर की बड़ी बेटी है। हम उसको समझदार समझते थे, लेकिन वो तो अपनी ही बहनों की दुश्मन निकली। पूरे घर की बदनामी करवा दी है। पता नहीं मेरी बीच वाली बेटी कहां है, वो किस हालत में है। जिंदा है या मर गई।

बीच वाली बेटी की तलाश कर रही है पुलिस

वहीं मामले में इंस्पेक्टर अमित सिंह का कहना है, परिवार के लोग अब अपनी बीच वाली बेटी के लिए परेशान हैं। हम लोग भी उसकी तलाश तेजी से कर रहे हैं। उसके मिलने के बाद मामले में कई और खुलासे भी हो पाएंगे। हम लोग भरत की भी तलाश कर रहे हैं।

हो सकता है बीच वाली बेटी उनके साथ हो। छोटी बेटी गर्भवती है। उसको भी निगरानी में रखा गया है। गर्भपात के लिए जैसा आदेश कोर्ट से आएगा वैसा किया जाएगा।

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