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उमेश पाल हत्याकाण्ड: हाईकोर्ट का वकील निकला शूटरों का पनाहगार; कई चौंकाने वाला खुलासा किया

उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार को हत्याकांड में शामिल रहे माफिया अतीक अहमद का ड्राइवर अरबाज मुठभेड़ में ढेर हो गया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहने वाले हत्याकांड की साजिश में मुख्य भूमिका निभाने वाला इलाहाबाद हाईकोर्ट का वकील सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। STF की पूछताछ में सदाकत ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया, ''अहमदाबाद जेल में बंद अतीक और बरेली जेल में बंद उसका भाई अशरफ वॉट्सऐप कॉल के जरिए जुड़ते थे। इस दौरान उमेश हत्याकांड में शामिल सभी शूटर्स भी रहते थे। इस दौरान अतीक-असरफ शूटर्स को बताते थे कि कैसे सफाई से घटना को अंजाम देना है। उमेश की हत्या की प्लानिंग मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में बनी। ये वही कमरा है, जहां वकील सदाकत रहता था।''

गिरफ्तार वकील सदाकत खान का सपा कनेक्शन सामने आया है। उसकी सपा के मुखिया अखिलेश यादव के साथ फोटो सामने आई है। एक ग्रुप फोटो में वह अखिलेश के साथ हाथ मिलाता दिख रहा है। सदाकत की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया में यह फोटो अब वायरल हो रही है और सपा पर सवाल उठ रहे हैं।

  

उधर, पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि धूमनगंज शूटआउट में कुल 13 शूटर शामिल थे। पुलिस ने शाबिर नाम के एक और शूटर की पहचान की है, जो राइफल से गोलियां चला रहा था। CCTV में उसकी तस्वीर सामने आई है। STF अब उसकी भी तलाश कर रही है। धूमनगंज थाना क्षेत्र के CCTV फुटेज खंगालने के बाद अतीक के बेटे असद, बमबाज गुड्‌डू मुस्लिम, गुलाम और अरबाज की पहचान की गई थी। 5वें साजिशकर्ता की पहचान सदाकत खान के रूप में की गई है।

पुलिस ने बताया, ''शूटरों के अलावा अन्य लोग भी बैकअप के लिए लगाए गए थे। धूमनगंज भीड़भाड़ वाला एरिया होने के कारण 6 शूटर्स ने उमेश पाल के घर पर धावा बोला था और उमेश पाल व उसके गनर पर गोलियां बरसाईं थीं। बाकी 7 लोग बैकअप में थे।

एडीजी STF अमिताभ यश ने बताया, ''गाजीपुर के बारा गहमर गांव का रहने वाला सदाकत खान उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में से एक है। उसे गोरखपुर से STF ने गिरफ्तार किया और प्रयागराज लेकर आई। 27 साल के सदाकत ने गिरफ्तारी के ‌‌‌वक्त अपने आपको इलाहाबाद हाईकोर्ट का वकील बताकर धौंस जमाने की कोशिश की थी।

पुलिस उसे लेकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम बोर्डिंग के 36 नंबर कमरे में पहुंची। कमरे की तलाशी में कई अहम सुराग मिले हैं, जिस पर STF की टीमें काम कर रही हैं। सदाकत ने पूछताछ में बताया कि वह नेपाल भागना चाहता था। तभी उसे STF ने गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया।

उमेश पाल की हत्या की साजिश बहुत पहले ही अतीक ने अहमदाबाद जेल से रच दी थी। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सदाकत ने कमरे के सर्च के बाद STF के कब्जे से भागने की कोशिश की। इसके बाद वह डिवाइडर से टकरा गया। उसे चोट भी आई है। सदाकत के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पुलिस पता लगा रही है।

उसके पास से 315 बोर का अवैध असलहा और बिना नंबर प्लेट की बाइक मिली है। उसने SOG टीम पर फायर किया। इसमें इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य भी घायल हो गए हैं। अरबाज खान अतीक अहमद का बेहद खास था। उसके पिता भी अतीक के ड्राइवर हुआ करते थे। अरबाज अतीक के बड़े बेटे अली की गाड़ी चलाता था। पर उसके जेल जाने के बाद वह अतीक के छोटे बेटों असद, एहजम और आबान की गाड़ी चलाने लगा।

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