वाराणसी के मलहिया में 10 माह पूर्व हुए श्रवण हत्याकांड का पुलिस ने शनिवार को सनसनीखेज खुलासा किया। श्रवण राजभर (22) की गला रेतकर हत्या आशनाई में उसके दोस्तों ने ही की थी। वारदात में आरोपी बाल अपचारी समेत तीन दोस्तों को लंका पुलिस ने शनिवार सुबह विश्वसुंदरी पुल के नीचे गंगा सरोवर से गिरफ्तार किया।
आठ मार्च 2022 की रात खून से लथपथ श्रवण का शव मलहिया पुलिस पिकेट से 200 मीटर दूर बाबुराहनी में मिला था। चाकू से गला रेता था और पेट पर भी कई वार किए गए थे। डीसीपी काशी आरएस गौतम के अनुसार मलहिया निवासी ट्रॉली संचालक श्रवण राजभर की हत्या मामले में उसके पिता मुन्नालाल ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमे की तफ्तीश के दौरान रमना चौकी इंचार्ज अमित राय ने सर्विलांस और सीसी कैमरे खंगालते हुए आरोपियों को दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में कमलेश उर्फ कुमेश राजभर, योगेश्वर राजभर उर्फ राजा राय उर्फ बंगाली और एक बाल अपचारी है। सभी मलहिया रमना के रहने वाले हैं।
भरोसे का कत्ल
लंका पुलिस की पूछताछ में आरोपी कमलेश उर्फ कुमेश ने बताया कि श्रवण से अच्छी दोस्ती थी। साथ में रोजाना उठना-बैठना था। मलहिया में ही एक युवती से प्रेम करता था, जिसे श्रवण भी चाहता था। श्रवण की नजदीकियां युवती से अधिक हो गई थी। इसे लेकर कई बार श्रवण को समझाया भी था लेकिन वह नहीं माना। तब प्रेमिका को पाने की राह में रोड़ा बन रहे श्रवण को मारने की योजना बनाई।
वारदात को अंजाम देने के लिए योगेश्वर राजभर उर्फ राजा राय उर्फ बंगाली और एक अन्य दोस्त को तैयार किया। योजना के अनुसार दो दिन पहले श्रवण राजभर को मलहिया पुलिया के नीचे शराब पीने के बहाने बुलाया था, लेकिन किसी कारण उस दिन घटना को अंजाम नहीं दे सका। फिर दो दिन बाद आठ मार्च 2022 को श्रवण को उसी जगह शराब पार्टी के लिए फिर से बुलाया। श्रवण स्कूटी से मलहिया पुलिया के पास अपनी स्कूटी जैसे ही उतरा कि उसे दबोच लिया। अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी। पेट और गला रेतकर उसे मौत के घाट उतारा गया था। गिरफ्तारी टीम को डीसीपी काशी ने पुरस्कृत किया।
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